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    Period During Breastfeeding in Hindi | ब्रेस्टफ़ीडिंग के दौरान कैसे होते हैं पीरियड्स?

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    Period During Breastfeeding in Hindi | ब्रेस्टफ़ीडिंग के दौरान कैसे होते हैं पीरियड्स?

    15 August 2023 को अपडेट किया गया

    गर्भधारण करने से लेकर बच्चे को जन्म देने तक एक महिला का शरीर कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुज़रता है. इस दौरान एक महिला के मन में कई तरह के सवाल आते हैं. इन्हीं में से एक सवाल यह है कि "क्या स्तनपान (ब्रेस्टफ़ीडिंग) के दौरान पीरियड्स होते हैं?" आज के इस आर्टिकल में हम न्यू मॉम्स के इसी सवाल का जवाब डिटेल में देंगे!

    प्रेग्नेंसी के कितने दिन बाद पीरियड्स आते हैं? (Periods after pregnancy in Hindi)

    प्रेग्नेंसी के बाद आपके पहली बार पीरियड्स कब होंगे यह बताना पाना मुश्किल है. आमतौर पर प्रेग्नेंसी के बाद पीरियड्स आने में 6 से 8 हफ़्तों का समय लग सकता है. हालाँकि, हर महिला के मामले में यह समय अलग हो सकता है. कुछ महिलाओं को डिलीवरी होने के एक साल बाद तक भी पीरियड्स नहीं आते हैं. दरअसल, प्रेग्नेंसी के बाद आपके पीरियड्स कब होंगे यह काफ़ी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने बेबी को कितनी बार स्तनपान करवा रहे हैं. बेबी की फ़ीडिंग फ्रीक्वेंसी और समय का पीरियड्स पर असर होता है.

    इसे भी पढ़ें: Periods After C Section in Hindi | सी सेक्शन डिलीवरी के बाद कैसे होते हैं पीरियड्स?

    क्या पीरियड्स के दौरान बेबी को दूध पिलाना सुरक्षित है? (Is it safe to breastfeed during periods in Hindi)

    जी हाँ, पीरियड्स के दौरान ब्रेस्टफ़ीडिंग करवाना बिल्कुल सुरक्षित है. इसलिए आप पीरियड्स के दौरान बेबी को दूध पिलाने से न हिचकिचाएँ. हालाँकि, हार्मोनल बदलाव होने के कारण इस दौरान ब्रेस्ट मिल्क की मात्रा कम हो सकती है, लेकिन इसका असर बेबी पर नहीं होता है.

    प्रेग्नेंसी के बाद पीरियड्स पर क्या असर होता है? (What changes occur in the menstrual cycle after pregnancy in Hindi)

    प्रेग्नेंसी के बाद मासिक धर्म (Periods after pregnancy in Hindi) यानी कि पीरियड्स में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं; जैसे-

    1. अनियमित मासिक धर्म चक्र (Irregular cycles)

    प्रेग्नेंसी के बाद जो सबसे पहला बदलाव देखने को मिलता है, वह है अनियमित मासिक धर्म चक्र. हालाँकि, ऐसा होना बिल्कुल नॉर्मल है. ख़ासकर अगर आप बेबी को बार-बार स्तनपान करवाते हैं, तो इसका असर आपके पीरियड्स पर होता है.

    2. पीरियड्स में देरी होना (Delayed return of periods)

    अगर आप बेबी को रात में देर तक स्तनपान करवाते हैं, तो इसका असर आपके पीरियड्स पर हो सकता है और आपके पीरियड्स लेट हो सकते हैं. दरअसल, ऐसा मिल्क प्रोडक्शन और ओव्यूलेशन को प्रभावित करने वाले प्रोलैक्टिन हार्मोन के कारण होता है.

    3. अधिक या कम फ्लो होना (Heavier or lighter flow)

    कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के बाद पीरियड्स के दौरान कम या अधिक फ्लो का सामना करना पड़ सकता है.

    4. मासिक चक्र की लेंथ में बदलाव (Changes in cycle length)

    प्रेग्नेंसी के बाद मासिक चक्र की लेंथ भी प्रभावित हो सकती है. प्रेग्नेंसी से पहले होने वाले पीरियड्स की तुलना में इस दौरान होने वाले पीरियड्स की लेंथ कम या ज़्यादा हो सकती है.

    5. पीरियड्स से पहले के लक्षणों में बदलाव (Premenstrual symptoms)

    कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के बाद प्री मेंस्ट्रुअल सिम्पटम्स में बदलाव नज़र आ सकते हैं. ब्रेस्ट में दर्द या कोमलता, मूड स्विंग्स आदि लक्षणों में बदलाव दिख सकते हैं.

    प्रेग्नेंसी के बाद पीरियड्स कैसे प्रभावित होते हैं, यह जानने के बाद चलिए अब बात करते हैं कि ब्रेस्टफ़ीडिंग के दौरान पीरियड्स कैसे होते हैं, और किन फैक्टर्स का पीरियड्स पर असर होता है!

    इसे भी पढ़ें: महिलाओं के लिए किसी चमत्कारी टॉनिक से कम नहीं है अशोकारिष्ट!

    ब्रेस्टफ़ीडिंग के दौरान पीरियड्स को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स (Factors that affect period during breastfeeding in Hindi)

    अक्सर ब्रेस्टफ़ीडिंग के दौरान पीरियड्स अनियमित (Irregular periods during breastfeeding in Hindi) हो जाते हैं. इस दौरान पीरियड्स को प्रभावित करने वाले कई फैक्टर्स हो सकते हैं; जैसे कि-

    1. एक्सक्लूसिव ब्रेस्टफ़ीडिंग (Exclusive breastfeeding)

    बेबी को कितनी बार स्तनपान कराया जा रहा है, इसका असर पीरियड्स पर होता है. अगर आपका बेबी सिर्फ़ ब्रेस्टफ़ीडिंग ही करता है, तो इसका असर आपके पीरियड्स पर हो सकता है, जिसके चलते पीरियड्स फिर से आने में देरी हो सकती है.

    इसे भी पढ़ें: Lactation Failure in Hindi | बच्चे को दूध नहीं पिला पा रही? जानें क्या हो सकते हैं कारण!

    2. सप्लीमेंट्री फ़ीडिंग (Supplementary feeding)

    अगर आप ब्रेस्टफ़ीडिंग के अलावा बेबी को सॉलिड फूड्स देते हैं, तो इसका असर आपके ओव्यूलेशन की संभावनाओं पर पड़ सकता है, जिसके चलते आपके पीरियड्स जल्दी आ सकते हैं.

    3. बेबी का फ़ीडिंग पैटर्न (Baby's feeding pattern)

    बेबी कितनी देर तक दूध पीता है, इसका असर भी पीरियड्स पर होता है; जैसे अगर बेबी बार-बार ब्रेस्टफ़ीडिंग करता है या देर तक ब्रेस्टफ़ीडिंग करता है, तो इसके कारण आपके पीरियड्स लेट हो (Late periods during breastfeeding in Hindi) सकते हैं.

    4. हार्मोनल बदलाव (Hormonal fluctuations)

    बेबी के जन्म के बाद एक महिला का शरीर कई तरह के हार्मोनल बदलावों से गुज़रता है. एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स को नियमित होने में समय लगता है, जिसके चलते पीरियड्स आने में देरी हो सकती है.

    डॉक्टर से कब करें परामर्श (When to see a doctor?)

    ब्रेस्टफ़ीडिंग के दौरान पीरियड्स का अनियमित होना नॉर्मल है. लेकिन अगर आपको इसके अलावा अन्य लक्षण भी महसूस होते हैं, तो आपको ऐसी स्थिति में अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. यह लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते हैं;

    1. स्पॉटिंग होना

    1. पीरियड्स के बाद ब्लीडिंग का फ्लो बहुत ज़्यादा या कम होना

    1. अचानक से वज़न कम होना

    1. ब्रेस्ट मिल्क की मात्रा अचानक से कम होना

    1. पेल्विक एरिया में दर्द महसूस होना

    1. बेबी को दूध पिलाने के दौरान ब्रेस्ट में दर्द महसूस होना

    1. निप्पल्स से ब्लीडिंग होना

    1. मेंस्ट्रुएशन क्रैम्प्स अधिक महसूस होना

    प्रो टिप (Pro Tip)

    ब्रेस्टफ़ीडिंग के दौरान होने वाले पीरियड्स में आपको कुछ अंतर दिखाई दे सकता है. कुछ बातों का ध्यान रखकर आप इस दौरान पीरियड्स को नियमित बना सकते हैं; जैसे कि- हाइड्रेटेड रहें, संतुलित डाइट फॉलो करें, हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करते रहें, स्ट्रेस से दूर रहें, पर्याप्त नींद लें और अपने पीरियड्स को ट्रैक करते रहें!

    रेफरेंस

    1. Lopez-Gonzalez DM, Kopparapu AK. (2022). Postpartum Care of the New Mother.

    2. McNeilly AS. (2001). Neuroendocrine changes and fertility in breast-feeding women.

    Tags

    Period during breastfeeding in English

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    Written by

    Jyoti Prajapati

    Jyoti is a Hindi Content Writer who knows how to grip the audience with her compelling words. With an experience of more

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