hamburgerIcon

Orders

login

Profile

SkinHairFertilityBabyDiapersMore
Tackle the chill with hot discounts🔥 Use code: FIRST10Tackle the chill with hot discounts🔥 Use code: FIRST10
ADDED TO CART SUCCESSFULLY GO TO CART
  • Home arrow
  • Conception arrow
  • Early Signs of Pregnancy in Hindi | जब दिखने लगे ये लक्षण तो तुरंत करवा लें प्रेग्नेंसी टेस्ट arrow

In this Article

    Early Signs of Pregnancy in Hindi | जब दिखने लगे ये लक्षण तो तुरंत करवा लें प्रेग्नेंसी टेस्ट

    Conception

    Early Signs of Pregnancy in Hindi | जब दिखने लगे ये लक्षण तो तुरंत करवा लें प्रेग्नेंसी टेस्ट

    17 August 2023 को अपडेट किया गया

    Medically Reviewed by

    Dr. Ritu S Santwani

    Infertility treatment, Cosmetology, Recurrent abortion treatment, Menopause, Hysteroscopy & colposcopy, PCOS/PCOD, Sexual health - M.D (Obst & Gynaec)| FICOG, FIAOG, AMRCOG, ART-Singapore

    View Profile

    प्रेग्नेंसी किसी महिला के लिए एक बहुत ही स्पेशल और ख़ूबसूरत सफ़र होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं इस सफ़र की शुरुआत किन लक्षणों से होती है. जो कपल्स पहली बार प्रेग्नेंसी प्लान करते हैं, उनके मन में प्रेग्नेंसी को लेकर पहला सवाल यही आता है कि आख़िर प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण (Early signs of pregnancy) क्या होते हैं! अगर आप भी उन्हीं लोगों में से एक हैं, तो चिंता न करें. इस आर्टिकल की मदद से हम आपको बताएँगे कि आमतौर पर प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं, और आपको कब प्रेग्नेंसी टेस्ट करना चाहिए.

    प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं? (What are the early signs of pregnancy in Hindi)

    एक्सपर्ट्स की मानें तो गर्भ ठहरने के लगभग 5 से 6 हफ़्ते के बाद प्रेग्नेंसी के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं. ये लक्षण हैं-

    1. पीरियड्स मिस होना (Missed periods)

    गर्भ ठहरने का सबसे पहला लक्षण है- पीरियड्स का मिस होना. पीरियड्स मिस होना प्रेग्नेंसी का पहला संकेत होता है. हालाँकि, आज की लाइफस्टाइल के चलते कई महिलाओं के पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं, ऐसे में बेहतर है कि आप इस बारे में एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें.

    इसे भी पढ़ें : सेक्स के कितने दिन बाद प्रेग्नेंसी कंफर्म होती है?

    2. इम्‍प्‍लांटेशन ब्‍लीडिंग और ऐंठन (Implantation bleeding and cramps)

    अगर मासिक चक्र के आसपास या इससे एक हफ़्ते पहले आपको स्पॉटिंग होती है, तो इसे भी प्रेग्नेंसी का शुरुआती लक्षण माना जाता है. ध्यान रहें कि इम्‍प्‍लांटेशन ब्‍लीडिंग के बाद शरीर में तेज़ी से हार्मोन्स में बदलाव होने लगता है. इसके अलावा, गर्भ ठहरने के बाद पेट में मरोड़ भी महसूस होने लगती हैं.

    3. उल्टी होना (Vomiting)

    आमतौर पर गर्भ ठहरने के 5 से 6 हफ़्ते के बाद महिलाओं को उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएँ होने लगती हैं. कई महिलाओं को यह समस्या प्रेग्नेंसी की शुरुआती तिमाही में होती है, तो कुछ महिलाएँ ऐसी भी होती हैं, जो पूरे 9 महीने तक इस समस्या का सामना करती हैं.

    इसे भी पढ़ें : सेक्स के कितने दिन बाद करें प्रेग्नेंसी टेस्ट?

    4. ब्रेस्ट में दर्द व सूजन होना (Breast pain and swelling)

    प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की मात्रा बढ़ने लगती है, जिसके चलते ब्रेस्ट में भारीपन आने लगता है. इसके कारण ब्रेस्ट में दर्द और सूजन भी होने लगती है.

    5. थकान महसूस होना (Tiredness)

    प्रेग्नेंसी के शुरुआती महीनों में प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन बढ़ने लगते हैं, जो कि शिशु के विकास के लिए बहुत जरूरी होते हैं. लेकिन इन हॉर्मोन्स के कारण मेटाबॉलिज्म भी कमज़ोर होने लगता है, जिसके चलते महिलाओं को थकान महसूस होने लगती है.

    6. बार -बार पेशाब आना (Frequent urination)

    गर्भ ठहरने के 5 से 6 हफ़्ते के बाद आपको सामान्य से अधिक बार पेशाब आने लगेगा. दरअसल, इस समय एक महिला के शरीर में खून की मात्रा बढ़ जाती है, गर्भाशय बढ़ता है और इसका असर ब्लैडर पर पड़ता है, जिसके कारण आपको बार-बार वॉशरूम जाने की ज़रूरत महसूस होती है.

    इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी की नाज़ुक पहली तिमाही में क्या खाएँ और क्या नहीं?

    7. मूड स्विंग्‍स होना (Mood swings)

    गर्भ ठहरने का असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. हार्मोन्स में बदलाव होने के चलते बार-बार मूड में भी बदलाव होने लगता है. आपको एक ही समय पर अच्छा और बुरा महसूस कर सकते हैं. इसके अलावा, आप छोटी-छोटी बातों पर चिंता करने लगते हैं.

    तो ये थे वे आम लक्षण जो अक्सर गर्भ ठहरने के बाद एक महिला के शरीर में देखने को मिलते हैं. इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होने पर आपको तुरंत अपने डॉक्टस से परामर्श करना चाहिए और प्रेग्नेंसी टेस्ट करना चाहिए.

    रेफरेंस
    1. Chard T. (1992). Pregnancy tests: a review.
    2. Gnoth C, Johnson S. (2014). Strips of Hope: Accuracy of Home Pregnancy Tests and New Developments.
    3. DeLaney M, Wood L. (2021). Urine pregnancy testing: When does no mean maybe?

    Tags

    Pregnancy test in English, Pregnancy test in Tamil, Pregnancy test in Telugu, Pregnancy test in Bengali

    Is this helpful?

    thumbs_upYes

    thumb_downNo

    Medically Reviewed by

    Dr. Ritu S Santwani

    Infertility treatment, Cosmetology, Recurrent abortion treatment, Menopause, Hysteroscopy & colposcopy, PCOS/PCOD, Sexual health - M.D (Obst & Gynaec)| FICOG, FIAOG, AMRCOG, ART-Singapore

    View Profile

    Written by

    Ravish Goyal

    Official account of Mylo Editor

    Read More

    Get baby's diet chart, and growth tips

    Download Mylo today!
    Download Mylo App

    RECENTLY PUBLISHED ARTICLES

    our most recent articles

    foot top wavefoot down wave

    AWARDS AND RECOGNITION

    Awards

    Mylo wins Forbes D2C Disruptor award

    Awards

    Mylo wins The Economic Times Promising Brands 2022

    AS SEEN IN

    Mylo Logo

    Start Exploring

    wavewave
    About Us
    Mylo_logo

    At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:

    • Mylo Care: Effective and science-backed personal care and wellness solutions for a joyful you.
    • Mylo Baby: Science-backed, gentle and effective personal care & hygiene range for your little one.
    • Mylo Community: Trusted and empathetic community of 10mn+ parents and experts.