Skin Problems
2 February 2024 को अपडेट किया गया
मुल्तानी मिट्टी या फुलर्स अर्थ एक नेचुरल क्ले या मिट्टी है जिसमें त्वचा के दाग-धब्बों को हटाने (chehre ke daag dhabbe) के अलावा ओवर-ऑल स्किन केयर के असाधारण गुण होते हैं. इसकी एब्सोर्बेंट प्रॉपर्टीज़ चेहरे से एक्सट्रा ऑइल और अशुद्धियों को बाहर खींचकर निकाल लेती हैं, जिससे एक्सट्रा सीबम के कारण होने वाली कई प्रॉब्लम्स; जैसे कि मुँहासे और ऑइली स्किन के ट्रीटमेंट में मदद मिलती है. स्किन केयर में इसके और भी कई सारे फ़ायदे हैं जिनके बारे में हम आगे आपको बताएँगे.
मुलतानी मिट्टी से बना हुआ फेस मास्क या उबटन डेड स्किन सेल्स को हटाकर, त्वचा से दाग और धब्बों को हल्का करता है साथ ही स्किन के टेक्सचर को भी इंप्रूव करता है. इससे त्वचा की प्राकृतिक चमक में इजाफ़ा होता है. अपनी रूटीन स्किन केयर के लिए आप मुलतानी मिट्टी से अपनी स्किन टाइप के अनुकूल कई तरह के फेस पैक(multani mitti face pack) या उबटन बना सकते हैं. फेस पैक के ऐसे ही कुछ ट्राइड एंड टेस्टेड कंबिनेशन के बारे में (multani mitti pack) हम आपको यहाँ बताएँगे जिनमें पहला है,
मुल्तानी मिट्टी को पानी में घोलकर बनाया गया यह सिंपल फेस पैक त्वचा की क्लेंजिंग और सफाई के लिए बेहद लाभप्रद है. इससे एक्सट्रा ऑइल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है और मुंहासों में कमी आने लगती है. इस फेस पैक के प्राकृतिक अब्सोर्बेंट गुण स्किन से गंदगी और जमे हुए मैल को बाहर निकाल देते हैं और स्किन पोर्स को खोल कर त्वचा को साफ़ करते हैं. इस तरह की नियमित स्किन केयर से त्वचा के टेक्सचर में सुधार आता है, (face se daag kaise hataye)पिग्मेंटेशन कंट्रोल होता है और रंगत भी निखरती है.
एलोवेरा अपनी स्किन केयर प्रॉपर्टीज़ के लिए आयुर्वेद में सदियों से प्रयोग किया जाता रहा है और आजकल तो ख़ास तौर पर बहुत ज़्यादा पॉपुलर हो रहा है. जब इसे मुल्तानी मिट्टी के साथ कंबिनेशन में प्रयोग किया जाता है तो इस फेस पैक के लाभ और भी ज़्यादा बढ़ जाते हैं. इन दोनों का मिश्रण न केवल एक्सट्रा ऑइल को सोखकर त्वचा की सफाई का काम करता है; बल्कि पिंपल्स के कारण होने वाली जलन और इरिटेशन में भी आराम देता है. मुल्तानी मिट्टी के एक्सफ़ोलिएटिंग गुण और एलो वेरा के कूलिंग और मॉइस्चराइज़िग इफेक्ट से त्वचा में ताज़गी आती है और स्किन का कालापन दूर होकर (daag dhabbe kaise hataye) रंगत में सुधार होता है.
लैक्टिक एसिड से भरपूर दूध, त्वचा को पोषण देता है और मॉइस्चराइज़ करता है, जिससे वह नरम और कोमल हो जाती है. दूध को जब मुल्तानी मिट्टी में मिला कर फेस पैक बनाया जाता है तो इससे त्वचा को कई फ़ायदे मिलते हैं. यह एक स्ट्रॉंग स्किन ट्रीटमेंट की तरह काम करता है और सीबम बनाने वाली ग्लेंड्स के फंक्शन को रेगुलेट करते हुए अतिरिक्त तेल, अशुद्धियों और दाग धब्बों (face ke daag kaise hataye) को हटाकर एक साफ़ सुथरी रंगत लाता है जिससे त्वचा धीरे-धीरे फिर से जीवंत होने लगती है. इसके अलावा यह मिश्रण इतना सौम्य होता है कि आप इसे आँखों के इर्द-गिर्द भी लगा सकते हैं जिससे (dark circles removal tips in hindi) डार्क सर्कल भी कंट्रोल होते हैं.
मुल्तानी मिट्टी को जब गुलाब जल के साथ मिलाया जाता है, तो इसके कूलिंग तत्व और ताज़गी कई गुना बढ़ जाती है. ठंडक देने वाली प्रकृति के गुलाब जल से बना हुआ मुलतानी मिट्टी का फेस पैक स्किन के लिए कई तरह से लाभदायक है जो त्वचा से अतिरिक्त तेल को हटाने के अलावा, त्वचा को टोन करने, हाइड्रेटेड रखने, मुंहासों को कम करने और स्किन की प्राकृतिक चमक वापस लाने में मददगार है. इसके नियमित उपयोग से रंग साफ़ होता है और स्किन टेक्सचर में सुधार आता है.
इसी कड़ी में अगला कंबिनेशन है मुल्तानी मिट्टी और नीम का. कई लोग अक्सर ये सवाल करते हैं (chehre ke daag dhabbe kaise hataye) कि चेहरे के दाग धब्बे कैसे हटाएँ? जब मुलतानी मिट्टी के प्यूरिफ़ाइंग गुण नीम के एंटी- बैक्टीरियल और एंटी- एन्फ़्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ से मिलते हैं तो यह दाग धब्बों के अलावा स्किन की कई अन्य समस्याओं के लिए एक इफेक्टिव ट्रीटमेंट का काम करता है. यह शक्तिशाली मिश्रण स्किन से एक्सट्रा तेल को सोखकर त्वचा की सफाई करता है वहीं नीम के एंटी- बैक्टीरियल गुण जर्म्स को हटकर मुंहासों के ब्रेक-आउट को रोकते हैं और स्किन इरिटेशन को शांत करते हैं. इस फेस पैक के नियमित उपयोग से रंग साफ़ होने लगता है, दाग-धब्बे कम हो जाते हैं और त्वचा फिर से जीवंत हो जाती है.
मुल्तानी मिट्टी के साथ आप बिना कुछ एक्सट्रा इन्वेस्ट किए अपने किचन के साधारण इंग्रिडिएंट्स को मिक्स करके भी असाधारण फ़ायदे ले सकते हैं. ऐसा ही एक पैक बनता है मुलतानी मिट्टी में टमाटर के रस को मिला कर. मुल्तानी मिट्टी के अपने एब्सोर्बेंट गुणों के अलावा एंटी-ऑक्सिडेंट और विटामिन से भरपूर टमाटर का कंबिनेशन स्किन को न केवल चमकदार बनाता है बल्कि; उसमें कसावट भी लाता है. ये साथ में एक ऐसा इफेक्टिव मिश्रण बनाते हैं जो मुँहासे, त्वचा का कालापन और दाग-धब्बों को हल्का करने के (chehre ka kalapan kaise dur karen) अलावा स्किन में प्राकृतिक पैदा करता है. साथ ही ये त्वचा को गहराई तक पोषण और ताजगी भी देता है.
टमाटर की ही तरह एक और आसान सा किचन इंग्रिडिएंट है नींबू. जब इसका रस मुल्तानी मिट्टी के साथ मिलाया जाता है तो यह एक बढ़िया क्लेंजर बन जाता है. अशुद्धियों और एक्सट्रा तेल को हटाकर यह स्किन को डिटॉक्सीफाई करता है, जिससे त्वचा की रंगत साफ़ होती है. इसके अलावा नींबू में मौजूद विटामिन सी त्वचा के काले धब्बों और पिग्मेंटेशन को हल्का करता है. नियमित प्रयोग करने पर यह एक स्किन ट्रीटमेंट की तरह त्वचा को पुनर्जीवित करने के अलावा खुले हुए रॉम छिद्रों में भी कसावट लाता है जिससे स्किन टेक्सचर इंप्रूव होता है. इसके नियमित उपयोग से त्वचा का रंग संतुलित और पुनर्जीवित होने लगता है.
मुल्तानी मिट्टी के साथ बनने वाला एक और असरदार पैक या उबटन है दही का जो ख़ास तौर पर तैलीय त्वचा के लिए बेहतरीन काम करता है. मुल्तानी मिट्टी की प्यूरिफ़ाइंग प्रॉपर्टीज़ को जब दही की पौष्टिकता का साथ मिलता है तो इससे स्किन की होलेस्टिक केयर होती है. यह शक्तिशाली मिश्रण एक्सट्रा ऑइल कंट्रोल के अलावा ब्रेक-आउट को रोकता है और मुँहासे को कम करने में मदद करता है, जबकि दही में मौजूद लैक्टिक एसिड, त्वचा को सॉफ्टली एक्सफोलिएट करते हुए स्किन टोन को निखारता है. इस फेस पैक में कमाल की हाइड्रेटिंग पावर होती है, जिससे त्वचा, तरोताजा, मुलायम और स्वस्थ बनती है वहीं रंग भी निखरता है.
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मुलतानी मिट्टी स्किन केयर का एक नेचुरल और इफेक्टिव तरीका है लेकिन इसका पूरा फायदा लेने के लिए ये ज़रूरी है कि आप इसके साथ जो भी इंग्रिडिएंट्स मिलाएँ वो आपको स्किन टाइप के अनुकूल और सपोर्टिंग होने चाहिए. जैसे ड्राई स्किन के लिए आप इसमें शहद और दूध मिलाएँ जबकि ऑइली स्किन के लिए आप को इसमें दही मिलाना चाहिए. मुलतानी मिट्टी से बने हुए सही कंबिनेशन का प्रयोग आपको किसी महंगे स्किन ट्रीटमेंट जैसा ही फायदा देने में सक्षम है.
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Kavita Uprety
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