Conception
8 August 2023 को अपडेट किया गया
यह बात जाहिर है कि गर्भधारण करने में विवाहित जोड़ों को समस्या आने लगी है. ज्यादातर यह समस्या पुरुषों में होती है- इंफ़र्टिलिटी से जूझने वाले एक तिहाई पुरुषों के शुक्राणुओं में कमी देखी गई है. इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें जीवनशैली की समस्याएं, स्वास्थ्य समस्याएं और अनुवांशिक समस्याएं शामिल हो सकती हैं. हालांकि इसकी कोई गारंटी नहीं है, फिर भी फ़र्टिलिटी डाएट प्लान से संतान प्राप्ति की संभावानाएं बढ़ सकती हैं.
पुरुषों में इंफ़र्टिलिटी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शुक्राणुओं की कम संख्या, शुक्राणुओं की गुणवत्ता में कमी, हॉर्मोन असंतुलन और रिप्रोडक्टिव ट्रैक में ब्लॉकेज जैसे मुख्य कारण होते हैं. इनमें से कुछ कारण उनके नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं, लेकिन भोजन और जीवनशैली में बदलाव से फ़र्टिलिटी में सुधार लाया जा सकता है. फ़र्टिलिटी डाएट प्लान को अपनाने और एंटीऑक्सिडेंट युक्त पोषक भोजन खाने से महिलाओं और पुरुषों दोनों की फ़र्टिलिटी को बेहतर किया जा सकता है.
एंटीऑक्सिडेंट कोशिकाओं को खराब होने से बचाता है और यह शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार ला सकता है. एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, बेरी और टमाटर शामिल हैं. इस ब्लॉग में आगे हम इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे.
फ़र्टिलिटी डाएट प्लान को अपनाने के अलावा, एक्टिव और तनाव मुक्त रहने से भी फ़र्टिलिटी में सुधार आता है. व्यायाम से रक्त संचार बेहतर होता है और स्ट्रेस हॉर्मोन कम होते हैं जिस कारण फ़र्टिलिटी पर अच्छा प्रभाव पड़ता है. साथ ही धूम्रपान और शराब पीने से भी बचें, क्योंकि इन आदतों के कारण भी शुक्राणुओं की गुणवत्ता पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
बहुत से विवाहित जोड़ों को पता ही होगा कि गर्भधारण करने में उन्हें कितना संघर्ष करना पड़ा और यह कितना निराशाजनक हो जाता है. गर्भवती होने की कोशिश करने पर उन्हें लगने लगता है कि वह सबकुछ गलत कर रहे हैं. ऐसे में वह अपनी डाएट के बारे में भी सोचने लगते हैं कि ऐसा कुछ विशेष भोजन हो सकता है जो गर्भधारण की संभावना को बढ़ा सकता है या जिनसे बचना चाहिए.
हालांकि भोजन आपके गर्भवती होने की गारंटी नहीं ले सकता, लेकिन कुछ ऐसे प्रमाण हैं जो बताते हैं कि कुछ खास तरह का भोजन करने से फ़र्टिलिटी में सुधार लाया जा सकता है. उदाहरण के तौर पर, शोधकर्ताओं ने बताया है कि जो पुरुष बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड मीट (जैसे बेकन और सॉसेज) खाते हैं उनके शुक्राणुओं की संख्या उन पुरुषों से कम होती है जो ताजा पोल्ट्री और मछली खाते हैं. कुछ अन्य अध्ययन बताते हैं कि फ़ुल फैट वाले डेरी उत्पादों के सेवन से महिलाओं में फ़र्टिलिटी कम हो जाती है.
ऐसी कई तरह की चीज़ें हैं जिन्हें फ़र्टिलिटी वेटलॉस डाएट प्लान में शामिल किया जा सकता है. यहां फ़र्टिलिटी बढ़ाने के लिए कुछ चीज़ों के बारे में बताया गया है :
1. अंडा : अंडा प्रोटीन का बड़ा स्रोत होता है. साथ ही यह उन विटामिन और मिनिरल से भरपूर होता है जो प्रजनन स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं.
2. सालमन : सालमन ओमेगा-3 फैटी ऐसिड का बहुत अच्छा स्रोत है, यह रक्त संचार बेहतर करने और हॉर्मोन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए जाना जाता है.
3. पालक : पालक उन विटामिन और मिनिरल से भरपूर होता है जो प्रजनन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं, इनमें फोलिक ऐसिड, आयरन और मैगनीशियम शामिल हैं.
4. मेवा और बीज : मेवा और बीजों में ज़िंक, सेलेनियम और विटामिन ई होता है, ये सभी पोषक तत्व प्रजनन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं.
5. ओट्स : ओट्स फ़ाइबर से भरपूर होते हैं, जो हॉर्मोन के स्तर को बनाए रखते हैं. साथ ही इनमें बी विटामिन भी होते हैं जो ऊर्जा के उत्पादन और चयअपचय के लिए बेहद जरूरी होते हैं.
सोया : सोया फ़र्टिलिटी को कम करता है. सोयाबीन और सोया संबंधी अन्य उत्पादों फ़ाइटोएस्ट्रोजन होता है, जो शरीर में मौजूद एस्ट्रोजन हॉर्मोन की तरह काम करने लगता है और शरीर में हॉर्मोन के सामान्य संतुलन को बिगाड़ देता है जिससे गर्भधारण में समस्या आने लगती है.
कैफ़ीन : कैफ़ीन से भी फ़र्टिलिटी पर बुरा प्रभाव पड़ता है. कैफ़ीन शरीर में तनाव और कॉर्टिसॉल के स्तर को बढ़ा देता है, यह दोनों ही फ़र्टिलिटी पर बुरा प्रभाव डालते हैं.
प्रोसेस्ड फ़ूड : प्रोसेस्ड फ़ूड भी फ़र्टिलिटी संपूर्ण सेहत के लिए अच्छे नहीं होते, क्योंकि इनमें खराब फ़ैट, केमिकल और रिफ़ाइन शुगर की मात्रा ज्यादा होती है.
शराब पीने से भी शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या के साथ ही ऑवरी की कार्यक्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है. अगर आप संतान प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, तो शराब पीना कम करें या फिर इसे पूरी तरह बंद कर दें.
फ़र्टिलिटी डाएट प्लान में शामिल करने के लिए कई तरह के सप्लीमेंट मौजूद हैं, जिनसे पुरुषों की फ़र्टिलिटी में सुधार देखे गए हैं. जाने माने विकल्पों में से कुछ यहां पर मौजूद हैं:
CoQ10: CoQ10 एक ज़रूरी एंटीऑक्सिडेंट है जो कोशिकाओं को खराब होने से बचाता है. इससे शुक्राणुओं की गुणवत्ता और गिनती में सुधार भी देखा गया है.
एल-कार्निटाइन : एल-कार्निटाइन एक अमीनो ऐसिड है जो ऊर्जा का संचार करता है. इससे शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या में सुधार देखने को मिला है.
जिंक : जिंक एक ऐसा मिनिरल है जो शरीर की तमाम क्रियाओं में शामिल होता है. इससे शुक्राणुओं की गुणवत्ता और टेस्टोस्टेरॉन के स्तर में इजाफ़ा देखा गया है.
विटामिन सी : विटामिन सी एक एंटीऑक्सिडेंट है जो कोशिकाओं को खराब होने से बचाता है. यह शुक्राणुओं की गुणवत्ता और टेस्टोस्टेरॉन के स्तर में सुधार भी ला सकता है.
व्यायाम के नियम से चमत्कार नहीं हो जाएगा और न ही इससे गर्भधारण की गारंटी मिलती है, लेकिन एरोबिक व्यायाम से बेहतर शुरुआत की जा सकती है. हर सप्ताह 30 मिनट का सेशन आपके काम आ सकता है. रिलेक्सेशन प्रोसेस से भी गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाया जा सकता है. पुरुषों में रिलेक्सेशन से शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार होता है. महिलाओं में, रिलेक्सेशन से तनाव को कम किया जा सकता है, जिसका प्रभाव हॉर्मोन के स्तर पर पड़ता है और ओवोल्यूश की संभावना बढ़ जाती है.
निष्कर्ष
सेहतमंद डाएट से पुरुषों की फ़र्टिलिटी में सुधार किया जा सकता है और इस बात को साबित करने के लिए बहुत सी बातें हैं. इंफ़र्टिलिटी से जूझ रहे पुरुषों को फ़र्टिलिटी-बूस्टिंग डाएट प्लान के लिए चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है.
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Written by
Parul Sachdeva
A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.
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