hamburgerIcon

Orders

login

Profile

SkinHairFertilityBabyDiapersMore
Tackle the chill with hot discounts🔥 Use code: FIRST10Tackle the chill with hot discounts🔥 Use code: FIRST10
ADDED TO CART SUCCESSFULLY GO TO CART
  • Home arrow
  • Conception arrow
  • Right Time For Sex in Hindi | गर्भधारण के लिए कब करें सेक्स? arrow

In this Article

    Right Time For Sex in Hindi | गर्भधारण के लिए कब करें सेक्स?

    Conception

    Right Time For Sex in Hindi | गर्भधारण के लिए कब करें सेक्स?

    10 August 2023 को अपडेट किया गया

    माता पिता बनने का अनुभव उत्साह के साथ साथ अपरिहार्य हो सकता है। अगर आप गर्भवती होने के लिए सहवास करती हैं, तो आपको कुछ बातों का ख्याल रखना होगा। इस लेख में इससे संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल पढ़कर अपनी जानकारी को बढ़ा सकती हैं।

    गर्भधारण के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा होता है?

    गर्भधारण का सबसे अच्छा समय आपकी “फ़र्टाइल विंडो” की अवधि होता है। इस विंडो में वह दिन शामिल हैं जिनमें आपका ओवोल्यूशन होता है। ओवोल्यूशन के दौरान ओवरी से अंडे निकलते हैं जो फ़ेलोपियन ट्यूब से होकर गुजरते हैं और एक दिन तक जीवित रहते हैं।

    गर्भधारण करने के लिए व्यक्ति को ओवोल्यूशन से एक दिन पहले सहवास करना चाहिए क्योंकि शुक्राणु प्रजनन मार्ग में एक सप्ताह तक जीवित रह सकता है। यहां सबसे जरूरी बात यह है कि जो शुक्राणु पांच दिनों तक जीवित रह लिया है वह कुछ सेकेंड पहले निकले अंडे को भी फ़र्टिलाइज कर सकता है।

    इसके अलावा, आपकी महावरी की तारीख और ओवोल्यूशन की तारीख का पता लगाने के लिए ढेरों ऐप मौजूद हैं। इसलिए, इस प्रकार आप पहले से प्लान करके अपनी फ़र्टाइल विंडो के दौरान गर्भधारण के लिए संभोग कर सकते हैं। आपको यह ध्यान रखना होगा कि इस प्रकार के ट्रैकर सटीक नतीजे नहीं देते लेकिन आपको लगभग उस समय के बारे में बात सकते हैं।

    व्यक्ति को अपने ओवोल्यूशन के बारे में कैसे पता चलेगा?

    इसमें संदेह नहीं है कि महावारी का चक्र हर माह बदलता रहता है। इस कारण, व्यक्ति को अपने ओवोल्यूशन की तारीख में भी अंतर की उम्मीद रखनी चाहिए या वह हर माह एक ही तारीख पर भी हो सकता है। इसके बावजूद, बहुत से लोग आज भी एक पारंपरिक नियम का पालन करते हैं जिसके हिसाब से आपकी ओवोल्यूशन की तारीख महावारी की तारीख के 14 दिनों बाद आती है।

    कुछ लोगों को ओवोल्यूशन के दौरान कुछ लक्षण भी नजर आते हैं। इस दौरान आपने योनी से डिस्चार्ज महसूस किया होगा जो अंडे के सफेद भाग जैसा होता है। व्यक्ति को ऐसे अनुभव ओवोल्यूशन के कुछ दिन पहले ही होते हैं। हालांकि, बहुत सी महिलांए आपनी योनि से होने वाले साधारण डिस्चार्ज को भी ओवोल्यूशन का लक्षण समझने की गलती कर देती हैं।

    ऐसे मामलों में, ओपीके या ओवोल्यूशन प्रिडेक्टर किट की सहायता लेना फायदेमंद होगा। यह किट ल्यूटिनाइजिंग हॉर्मोन के ज्यादा स्राव होने का पता लगाती है, जिसमें ओवोल्यूशन से कुछ दिन पहले बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

    इस तरह, इससे आप अपनी फ़र्टाइल विंडो का आसानी से पता लगा सकती हैं। इसके अलावा, अपने शरीर के बुनियादी तापमान पर नजर रखते हुए भी आप कुछ हद तक फ़र्टाइल विंडो का पता लगा सकती हैं।

    इसे भी पढ़ें : महिलाओं और पुरुषों में इनफ़र्टिलिटी के 5 कारण और स्वस्थ गर्भधारण के लिए उपचार के तरीके

    गर्भ धारण के लिए व्यक्ति को कितनी बार सहवास करना चाहिए?

    गर्भ धारण के लिए सहवास की कोई निश्चित संख्या नहीं है। गर्भवती होने के लिए, सहवास का समय उसकी गिनती से ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। फिर भी, आप जितना ज्यादा सहवास करेंगी, उतनी ही ज्याद आपके गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाएगी।

    बहुत से लोग इस मिथ्या पर भरोसा करते हैं कि शुक्राणुओं को बचाए रखने के लिए अधिक सहवास से बचना चाहिए। लेकिन, आपको समझना होगा कि सहवास से बचने से आपको गर्भधारण में और भी ज्यादा समस्या आ सकती है। हालांकि, कुछ समय के लिए सहवास से बचने से शुक्राणुओं की संख्या में इजाफ़ा हो जाता है, लेकिन इससे शुक्राणुओं की गतिशीलता पर बुरा असर भी पड़ता है।

    कभी कभी, ऐसा भी संभव है कि व्यक्ति अपनी फ़र्टाइल विंडो को भूल जाए क्योंकि उनका ज्यादा ध्यान ओवोल्यूशन पीरियड में गर्भधारण के लिए सहवास करने पर हो। हकीकत में, कई लोगों को लगता है कि वे ओवोल्यूट कर रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं हो रहा होता। ऐसे में, खुद को सहवास से रोकने से गर्भधारण में और भी समस्या आ सकती है।

    इसलिए, आपको किसी खास शेड्यूल का पालन करने की जरूरत नहीं है, बल्कि आप जितनी बार चाहें सहवास करें जब तक उससे आपको प्रसन्नता नहीं मिलती। अपने ओवोल्यूशन की अवधि का ट्रैक बनाए रखने से भी आप कई बार सहवास कर सकती हैं।

    गर्भ धारण के लिए रोजाना सहवास करना उचित है?

    आपको यह भी समझना जरूरी है कि गर्भधारण के लिए कई बार सहवास करने से आपको समस्या हो सकती है। बल्कि, दिन में कई बार सहवास करने से आपको ‘बर्नआउट’ की समस्या हो सकती है, और ऐसे में जोड़े सहवास को जरूरी काम की तरह महसूस करने लगते हैं, आत्मियता की तरह नहीं।

    जब तक में आप फ़र्टाइल विंडो पीरियड तक पहुंचते हैं, तब तक में आप या आपका साथी असहज होने लगता है या सहवास में रुचि नहीं दिखाता। इस तरह, व्यक्ति गर्भधारण के मौके को खो देता है। ऐसे कई अध्ययन है जो बताते हैं कि सहवास से दो या तीन दिन तक बचने से शुक्राणुओं की गुणवत्ता बढ़ जाती है। इसलिए कुछ दिन सहवास न करना और ब्रेक लेना भी बेहद जरूरी है।

    गर्भधारण के लिए दिन में किस वक्त सहवास करना चाहिए?

    गर्भधारण के लिए सुबह सहवास करना बेहतर रहता है क्योंकि रात भरी नींद पूरी करके इस वक्त आप ऊर्जावान होते हैं। इसके अलावा, आप और आपका साथी अपना दिन आत्मियता के साथ शुरू कर सकते हैं जिससे पूरे दिन आप दोनों का मूड भी अच्छा बना रहता है।

    सोते समय, पुरुष के शुक्राणुओं की संख्या बढ़ जाती है। बहुत से अध्ययन बताते हैं कि वसंत ऋतु में शुक्राणुओं की गुणवत्ता सबसे अच्छी होती है। लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि गर्भधारण के लिए सहवास करने के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा रहता है। बहुत सी स्त्री रोग विशेषज्ञ सुबह 7:30 बजे से पहले सहवास करने की सलाह देती हैं।

    गर्भधारण के लिए सहवास का सबसे अच्छा आसन कौन सा होता है?

    कोई भी आसन जिससे शुक्राणु अंदर तक जा सकें, वही गर्भधारण के लिए उपयुक्त होता है। गर्भधारण के लिए सबसे अच्छे आसन में मिशनरी और रियर एंट्री शामिल है। आप कौन सा आसन चुनते हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि आपके साथी द्वारा स्खलन करने के बाद शुक्राणु आपके सर्वाइकल कैनाल में आ जाते है।

    बल्कि, गर्भधारण के लिए आपको सुविधाजनक स्थिति में होना चाहिए। सबसे अच्छे अनुभव के लिए आपको सहवास के आसन पर ध्यान न देते हुए, उस स्थिति में रहने की सलाह दी जाती है जिसमें आप सहज और खुश महसूस करें।

    गर्भधारण करने के उद्देश्य से शुक्राणुओं को अपने अंदर कब तक रखना चाहिए?

    बहुत लोगों का मानना है कि साथी के स्खलन के बाद गंघा को ऊंचा किए रहने से गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन, इस मान्यता का कोई वैज्ञानिक नहीं है। सहवास का आसन कोई भी हो, स्खलन के तुरंत बाद ही शुक्राणु सीधा फैलोपियन ट्युब से गुजरते हैं। यह प्रक्रिया पलक झपकने जितनी तेजी से होती है। आप सहवास के बाद आराम कर सकते हैं, लेकिन आपको शुक्राणुओं के अंदर जाने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।

    सहवास के बाद व्यक्ति को कितने दिनों में गर्भधारण की उम्मीद रखनी चाहिए?

    आपके चक्र और सहसाव के समय पर निर्भर करते हुए, फ़र्टिलाइजेशन की प्रक्रिया को शुरू होने में छ: से सात दिन लग सकते हैं। इस दौरान, अंडा गर्भाशय में आता है और गर्भाशय की दीवार पर इंप्लांट हो जाता है। यहां से गर्भावस्था शुरू होती है, और जल्द ही आपको गर्भावस्था के लक्षण नजर आने लगेंगे।

    इंप्लांटेशन की प्रकिया सहवास करने के दो सप्ताह बाद शुरू होती है। इंप्लांटेशन के कुछ लक्षणों में पेट में दर्द और हल्के दाग आना है। लेकिन बहुत से लोगों को इंप्लांटेशन होने पर कोई लक्षण नहीं आता। बहुत से लोग जो गर्भधारण करना चाहते हैं वे अपने लक्ष्य को 12 माह के भीतर प्राप्त कर लेते हैं।

    क्या मौखिक यौन क्रिया का गर्भ धारण पर बुरा प्रभाव पड़ता है?

    यह मिथ्या है कि लार शुक्राणुओं को मार देती है। लेकिन बहुत से अध्ययन बताते हैं कि बहुत अधिक लार से शुक्राणुओं की गति पर प्रभाव पड़ता है और धीरे धीरे उनके आगे बढ़ने की क्षमता को कम कर देती है। इन दिनों, बहुत से जोड़ों को इंफ़र्टिलिटी की समस्या होती है जिसका कारण शुक्राणुओं की संख्या में कमी होता है।

    फिर भी, अगर मौखिक यौन क्रिया से आपका मूड बेहतर हो पाता है, तो आपको इसके लिए ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। बल्कि, अगर आपके साथी के शुक्राणुओं की संख्या में कमी है, तब भी तमाम ऐसे तरीके हैं जो आपको बिना परेशान हुए गर्भधारण में मदद करते हैं। हालांकि, मौखिक यौन क्रिया और लार से संबंधित कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, तब भी आप इससे बचते हुए सहवास के प्राकृतिक तरीके को ही अपनाना चाहेंगे।

    क्या ऑर्गेज्म से आप गर्भवती हो सकती हैं?

    बहुत से शोधकर्ताओं का मानना है कि ऑर्गेज्म से गर्भाशय का कॉन्ट्रैक्शन बढ़ जाता है, जिससे शुक्राणु सीधा सर्विक्स पर जाता है। हालांकि, एक बात गौर करने वाली है कि ऑर्गेज्म के अनुभव के बाद ऑक्सीटोसिन से आपको ज्यादा सुकून महसूस होने लगता है। इसके अलावा, ऑर्गेज्म से गर्भवती होने की सबसे बड़ी बाधा यानि तनाव हट जाता है।

    आपका सहवास जितना अच्छा होगा, उतना ही आपके गर्भधारण की संभावना बढ़ जाएगी। बल्कि, जो पुरुष ज्यादा उत्तेजित होते हैं, वे अन्य की तुलना में 50 प्रतिशत ज्यादा स्खलन करते हैं। इसलिए, अगर आप सहवास के दौरान, अपने और अपने साथी की जरूरतों को दिमाग में रखते हुए, सबसे अच्छा समय बिताती हैं तो आपका साथी अच्छी गुणवत्ता वाले शुक्राणुओं का स्खलन करता है।

    फ़र्टिलिटी से संबंधित समस्याओं से कैसे निपटा जा सकता है?

    आपको अहसास होगा कि कभी कभी फ़र्टाइल जोड़े भी गर्भधारण करने में समय ले लेते हैं। अगर आपकी उम्र 35 वर्ष से कम है, और आपको सामान्य महावारी आती है और किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या नहीं है, तो आप एक वर्ष के भीतर गर्भवती हो सकती हैं। बच्चा प्राप्त करने के लिए, व्यक्ति आसानी से बेचैन हो जाता है। इसलिए गर्भ धारण के लिए सहवास करते समय, गर्भ धारण के लक्ष्य पर बहुत ध्यान न दें, बल्कि मौज मस्ती और अपने साथी के साथ मजबूत रिश्ता बनाने पर ध्यान दें।

    चिकित्सक के पास जाए बिना भी ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप अपनी फ़र्टिलिटी सुधार सकती हैं। अपने वजन के साथ साथ अपनी डाएट का खास ख्याल रखें। अपना तनाव कम करने की कोशिश करें और हानिकारक विशाक्त से दूर रहें जिनका आपके शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

    व्यक्ति को फ़र्टिलिट चिकित्सक के पास कब जाना चाहिए?

    फ़र्टिलिटी चिकित्सक के पास जाने से पहले व्यक्ति को एक वर्ष तक गर्भ धारण का इंतजार करना चाहिए। हालांकि, समय रहते अपॉएंटमेंट लेना सही रहता है। बहुत से विशेषज्ञ गर्भ धारण का प्रयास करते छ: माह होने पर फ़र्टिलिटी चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह देते हैं, खास तौर पर तब जब आपकी आयु 35 वर्ष से अधिक हो।

    अगर आपकी आयु 35 वर्ष नहीं हुई है और आपको असामान्य महावारी, एंड्रोमेट्रोसिस, एसटीआई, और अन्य कई स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो आपको तुरंत ही चिकित्सक से परामर्श लेन चाहिए। आपके चिकित्सक गर्भधारण के लिए कई और विकल्प बता देंगे।

    इसे भी पढ़ें : गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद करेंगे ये उपाय!

    गर्भ धारण की संभावना को कैसे बढ़ाया जा सकता है?

    जो लोग गर्भ धारण करना चाहते हैं, वे सामान्य तौर पर अपनी सामान्य सेहत से ज्यादा संपूर्ण प्रजनन सेहत का ख्याल रखते हैं। बल्कि ऐसे जोड़े केवल सर्वाइकल म्यूकस, शुक्राणुओं की कुल संख्या, और सहसज होने की स्थिति तक सहवास करने की कोशिश करते हैं। लेकिन, आपको अपनी सामान्य सेहत का ख्याल रखना चाहिए क्योंकि कई अन्य बातें जैसे वजन, तनाव, और दवाएं आपकी फ़र्टिलिटी को प्रभावित कर सकती हैं।

    बच्चे की प्लानिंग करने से पहले आपको और आपके साथी को अपनी प्रजनन सेहत की जांच करवा लेनी चाहिए। आप अपने परिवार में फ़र्टीलिटी समस्याओं से संबंधित पहले के मामलों के बारे में भी बात कर सकती हैं, जिससे आपको मौजूदा समस्या के बारे में गहरी जानकारी प्राप्त हो सके। ज्यादातर महिलाएं गर्भधारण से ठीक पहले उसकी तैयारी करना उचित समझती हैं जैसे फ़ोलेट से भरपूर प्रीनेटल विटामिन या अपनी डाएट में बदलाव करती हैं। भ्रूण को नुकसान से बचाने के लिए आप शराब पीना और धूम्रपान भी छोड़ना चाहेंगी।

    फिर भी, अगर आपको गर्भवती होने में समस्या आती है, तो आप विशेषज्ञ से सलाह ले सकती हैं। गर्भवती होने के कई तरीके हैं जैसे सेरोगेसी, आईवीएफ़ वगैरह।

    निष्कर्ष

    स्वास्थ्य और गर्भधारण के लिए सहवास से संबंधित आपके सभी प्रश्नों के उत्तर अब आपको मिल गए होंगे। अगर ऊपर दिए गए अक्सर पूछे जाने वाले सवाल आपके मन में भी हैं, तो आप हमारे विशेषज्ञ से बात करके अपनी दुविधा दूर कर सकती हैं। गर्भधारण करने के लिए सहवास में तनाव नहीं होना चाहिए। अपने साथी से बात करके या फ़ोरप्ले के जरिए पहले अपने मूड को सही करें।

    Is this helpful?

    thumbs_upYes

    thumb_downNo

    Written by

    Parul Sachdeva

    A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.

    Read More

    Get baby's diet chart, and growth tips

    Download Mylo today!
    Download Mylo App

    RECENTLY PUBLISHED ARTICLES

    our most recent articles

    foot top wavefoot down wave

    AWARDS AND RECOGNITION

    Awards

    Mylo wins Forbes D2C Disruptor award

    Awards

    Mylo wins The Economic Times Promising Brands 2022

    AS SEEN IN

    Mylo Logo

    Start Exploring

    wavewave
    About Us
    Mylo_logo

    At Mylo, we help young parents raise happy and healthy families with our innovative new-age solutions:

    • Mylo Care: Effective and science-backed personal care and wellness solutions for a joyful you.
    • Mylo Baby: Science-backed, gentle and effective personal care & hygiene range for your little one.
    • Mylo Community: Trusted and empathetic community of 10mn+ parents and experts.