Conception
4 April 2023 को अपडेट किया गया
आप प्रेग्नेंट होना चाहती हैं लेकिन क्यों आपका शरीर आपका साथ नहीं दे रहा? ये बात आपको बहुत ही परेशान करती है पर क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्या किया जाए कि आपको भी जल्द ही गुड न्यूज़ देने का मौका मिले? तो समस्या तो समझ आ गयी लेकिन समाधान क्या हो? आज हम आपको बताएँगे कि अपने लाइफस्टाइल, अपने रहन-सहन में कुछ बहुत ही आसान और छोटे-छोटे बदलाव करके आप अपनी लाइफ में प्रेग्नेंट होने की ख़ुशी को ला सकते हैं –
स्मोकिंग और ड्रिंकिंग, औरत और आदमी दोनों की ही, फर्टिलिटी(जननक्षमता) पर गहरा प्रभाव डालते हैं. यदि आप स्मोकिंग और ड्रिंकिंग करती हैं और आप इन दोनों से ही अपना नाता तोड़ देती हैं तो आपके कन्सीव करने का चांस और बढ़ जायेगा. यहाँ तक की इन बुरी आदतों से प्रेगनेंसी में भी बहुत ही गंभीर कम्प्लीकेशन आ सकती है.
एक हेल्दी और संतुलित डाइट से आपकी फर्टिलिटी में सुधार आ सकता है. अनाज, अनसैचुरेटेड फैट्स और वेजिटेबल प्रोटीन जैसे बीन्स और दालें बैस्ट फ़ूड में शामिल हैं. यही नहीं, प्रेगनेंसी से पहले और बाद में ली गयी डाइट गर्भ में आपके बच्चे पर भी बहुत बड़ा प्रभाव डालती है.
रीसर्च के अनुसार, बहुत ज्यादा मात्रा में कैफीन लेने से कन्सीव न करने के साथ-साथ गर्भपात का भी खतरा रहता है. दोनों ही पार्टनर्स को कैफीन का सेवन कम से कम करना चाहिए.
आपका BMI ही बताता है कि आपका वज़न हेल्दी है या नहीं. कन्सीव करने से पहले का एक आदर्श 18.5 और 24.9 के बीच में होना चाहिए. यदि आपका वज़न बहुत ज्यादा होता है तो फर्टिलिटी कम हो जाती है और अन्य स्वास्थय सम्बन्धी समस्याएँ आपको चारों ओर से घेर लेती हैं. वज़न कम होना भी फर्टिलिटी पर बुरा असर डाल सकता है.
कन्सीव करने से पहले और बाद में की गयी रेगुलर एक्सरसाइज आपको गर्भधारण में मदद करने के साथ-साथ प्रेगनेंसी के दौरान भी स्ट्रांग रखती है.
सेक्ससुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन्स (STI) गर्भधारण न होने का सबसे बड़ा कारण हो सकते हैं. यदि आपको लगता है कि आप या आपके पार्टनर इस बीमारी से ग्रसित हैं तो चेक कराएं.
यदि आप कन्सीव करने की कोशिश कर रही हैं और आपको पहले से ही कोई बीमारी जैसे अस्थमा, डायबिटीज या अन्य कोई शारीरिक समस्या है तो अपने डॉक्टर को बताएं क्योंकि कई बार इनसे जुड़ी दवाइयां भी फर्टिलिटी को नुकसान पंहुचा सकती हैं और आपको प्रेग्नेंट होने में मुश्किल ला सकती हैं.
गर्भधारण करने में समस्या आ सकती है लेकिन कई बार समाधान आपके हाथ में हो सकता है.
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Written by
Parul Sachdeva
A globetrotter and a blogger by passion, Parul loves writing content. She has done M.Phil. in Journalism and Mass Communication and worked for more than 25 clients across Globe with a 100% job success rate. She has been associated with websites pertaining to parenting, travel, food, health & fitness and has also created SEO rich content for a variety of topics.
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